Vishal Ramawat

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THE WORST ANIMAL(HUMAN)-47

वैसे तो वो लोग आपस में बात नहीं करते थे पर इस बार वह सभी आपस में जोडर जोर से बात कर रहे थे । सभी एक दूसरे से बोल रहे थे " कि अब तो रहा नहीं जा रहा उसका कब तक इंतजार करना पड़ेगा। जब तक वह नहीं आता इस लड़की को हम हाथ भी नहीं लगा सकते पर सच्चाई तो यही है कि अब इसे देखकर रहा भी नहीं जा रहा।"

आज दिन तक जितनी भी लड़कियां मिली है सबसे हॉट तो यही लगी है अब वह रात को आएगा तब तक मुझसे तो कंट्रोल नहीं हो रहा।

पुलिस दूर से ही इन लोगों को देख रही थी यह सभी लोग हॉल में खड़े थे यह सभी लोग एक दूसरे से बातें कर रहे थे और वही कुछ दूरी पर बेहोश मौली पड़ी हुई थी । उसका ऊपर से टीशर्ट उतार दिया था इन लोगों ने और यह लोग कब से उसे खा जाने वाली नजरों से देख रहे थे।

उन लोगों में से एक आदमी बोला क्यों ना उसके आने से पहले ही हम काम निपटा दें क्योंकि वह तो देर रात को आएगा । तो उनमें से दूसरा आदमी बोला नहीं हम ऐसा नहीं कर सकते उसे पता चल जाएगा । वह पहला आदमी फिर बोला उसे कुछ पता नहीं चलेगा तू बस मना मत कर बाकी लोग भी उसका साथ देते हुए बोले हां उसे पता नहीं चलेगा।

उन लोगों के हाथ में गन थी पुलिस आगे नहीं जाना चाह रही थी कि पुलिस ने अगर एक गलती की तो वह लोग मौली को मार देंगे।।

फिर उन लोगों ने अपने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। उन लोगों ने अपने अपने हाथ में गन और चाकू अभी भी पकड़ा हुआ था । वह सभी लोग पुलिस की तरफ पीठ करके खड़े हुए थे और पुलिस से ज्यादा दूर भी नहीं थे उनमें से एक आगे गया और जाकर मौली के कपड़े खोलने लगा । कार्तिक आगे जाने लगा तो उससे पुलिस ने पीछे से पकड़ लिया।

पर सभी लोग एक जगह खड़े थे अब पुलिस ने धीरे-धीरे उस फैक्ट्री में बिखरना शुरू हो गई जिससे यह लोग भाग ना पाए। चारों तरफ पुलिस बिखर गई ।

कमिश्नर ने सभी को इशारा किया तो सभी पुलिस वालों ने अपनी अपनी गन लोड कर ली और उन्हें गन प्वाइंट पर लाया। वह लोग कुछ करते उससे पहले पहले ही पुलिस ने कमिश्नर के कहने पर फायरिंग शुरू कर दी और उन लोगों में से 3 को सिर में गोली लगी वह ऑन द स्पॉट मर गए।

बाकी के लोग आसपास भागकर वहां पर रखे सम्मान के पीछे छुप गए वह लोग सामने से फायरिंग कर रहे थे और उधर से पुलिस फायरिंग कर रही थी । अब इस बीच वहां पर मौली बेहोशी की हालत में पड़ी हुई थी कैसे भी करके उसे वहां से निकालना था। कमिश्नर दो पुलिस वालों को इशारा किया फिर कार्तिक और आदित्य के साथ वहां से धीरे-धीरे मौली के पास पहुंचे।  इस बीच फायरिंग में उनमें से एक और आदमी मारा गया अब दो लोग बचे हुए थे।

उनमें से एक आदमी सामने वाले दरवाजे से बाहर की तरफ भाग गया जहां पहले ही पुलिस वाले इंतजार कर रहे थे और उन्होंने उसे एक ही गोली में निपटा दिया ।अब बचा था एक आदमी जो कब से चुप कर फायरिंग कर रहा था । राजेंद्र ने बाकी पुलिस वालों को इशारा किया और अपनी फायरिंग चालू रखने के लिए बोला और वह धीरे-धीरे आगे जाएगा । उस आदमी को पता नहीं था कि पुलिस वाला उसकी तरफ आ रहा है वह बस फायरिंग की और ध्यान दे रहा था और कुछ ही देर में राजेंद्र उसके पीछे खड़ा था उसके सिर पर गन तान कर।

सभी लोग मारे जा चुके थे सिवाय इसके इस को जिंदा रखना इसलिए बहुत जरूरी था कि इन सब के पीछे कौन है और यह लोग किसकी बात कर रहे थे । आदित्य और पुलिस को शक तो उस डॉक्टर पर ही था पर कंफर्म नहीं था।

आदित्य ने जाकर अपना शर्ट उतारा और मौली  शर्ट पहना दिया। जल्दी से एंबुलेंस को बुला लिया गया था पहले ही ।

उस एंबुलेंस में मौली को हॉस्पिटल पहुंचा दिया कार्तिक और आदित्य के साथ। पुलिस उस आदमी से पूछताछ कर रही थी वह कुछ बताने से राजी नहीं था इससे पहले ही कमिश्नर ने अपने हाथ में पकड़ा चाकू उसे प्राइवेट पार्ट पर घुमा दिया जिससे खून तेजी से निकलने लगा एक ही झटके में सब कुछ बोलने लगा।

उस आदमी ने एक नाम लिया आशीष उसके बाद वह भी मर गया।

कमिश्नर सभी पुलिस वालों के साथ वहां से निकल गया और उस फैक्ट्री को सील करवा दी । अब उस डॉक्टर तक पहुंचना था जब पुलिस ने आशीष नाम के डॉक्टर के बारे में पता लगाया तो पता चला यह डॉक्टर जयपुर शहर में काफी नाम ही है स्पेशलिस्ट हार्ट के ऑपरेशन में।

इसका आज दिन तक ऐसे ही एक भी केस नहीं था जो फेल हो गया काफी नाम चलता था इसका।

राजेंद्र कमिश्नर और आईडी सीधा हॉस्पिटल पहुंचे जहा उस लड़की को रखा गया था । लड़की को होश आ चुका था और वह सीधा कमिश्नर से मिलना चाहती थी । वह कमिश्नर को देखते ही उनके गले लग कर रोने लग गई । और बोली अंकल यह सब उसने ही किया है उसने मेरे से बदला लिया।

कमिश्नर को समझने में देर नहीं लगी यह किसकी बात कर रही हैं कमिश्नर बोले काश हम लोगों ने उसी टाइम कुछ ठोस कदम उठा लिया होता तो आज यह लड़का इतनी लड़कियों की बलि नहीं देता क्या से क्या बन गया यह।

किसी ने सच ही कहा है संगत का असर बहुत खराब होता है अगर यह उस टाइम गलत संगत में नहीं पड़ता, गलत लोगों से दोस्ती नहीं करता तो यह सब वह कभी नहीं कर सकता था पर उसने अपनी जिंदगी खुद खराब की।

कमिश्नर उस लड़के को कैसे जानता है ? और यह लड़की भी कमिश्नर को कैसे जानती हैं? जानेंगे अगले पार्ट में । तब तक पढ़ते रहिए हमारी कहानी हम जल्दी ही मिलते हैं नेक्स्ट पार्ट के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें क्योंकि कोई और रखने नहीं आएगा।

क्रमश:
।। जयसियाराम ।।

vishalramawat"सुकून"(जाना)


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3 Comments

shahil khan

10-Apr-2023 09:41 PM

nice

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शानदार प्रस्तुति 👌👏

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Natasha

05-Apr-2023 01:17 PM

Nice

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